वाराणसी दर्शन,काशी विश्वनाथ मंदिर, प्रयागराज में पिंड दान
प्रयागराज में पिंड दान| प्रयागराज में त्रिवेणी संगम भारत की तीन प्रमुख नदियों यानि गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम का स्थान है। ऐसा माना जाता है कि समुद्रमंथन के समय (समुद्र में हलचल) जब समुद्र से अमृत निकलता था| उस अमृत के लिए राक्षसों और देवताओं के बीच लड़ाई होती थी और उस लड़ाई के दौरान अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी पर गिरती थीं और प्रयाग में से एक है चार जगह जहां बूंदें गिरीं।
इसीलिए प्रयाग को सभी तीर्थों (हिंदी में तीर्थ राज प्रयाग) का राजा भी कहा जाता है और भारत में पिंड दान के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। प्रयाग में पिंड दान आम तौर पर गंगा या यमुना नदी के किनारे या संगम स्थल पर किया जाता है।
यहां पांडा सुनिश्चित करते हैं कि आपकी प्रार्थनाएं गंतव्य तक पहुंचें | वे आपको सही विधी के साथ मार्गदर्शन करते हैं क्योंकि आप अपने परिवार के सदस्यों की मृतक आत्माओं के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं।
प्रयागराज से सम्बंधित कुछ दार्शनिक स्थल
पाएं आपके अपने शहर वाराणसी में बेहतरीन टैक्सी सर्विस